Twitter

Follow palashbiswaskl on Twitter
Follow palashbiswaskl on Twitter

Thursday, July 1, 2010

फिर लौटेंगे छोटे से ब्रेक के बाद

भारतीय मीडिया
http://bhadas4media.com/

फिर लौटेंगे छोटे से ब्रेक के बाद

कई बार लगने लगता है कि चीजें यूं ही चलती चली जा रही हैं, बिना सोचे-विचारे. तब रुकना पड़ता है. ठहरना पड़ता है. सोचना पड़ता है. भड़ास4मीडिया को लेकर भी ऐसा ही है. करीब डेढ़-दो महीने पहले भड़ास4मीडिया के दो साल पूरे हुए, चुपचाप. कोई मकसद, मतलब नहीं समझ आ रहा था दो साल पूरे होने पर कुछ खास लिखने-बताने-करने के लिए. पर कुछ सवाल जरूर थे, जिसे दिमाग में स्टोर किए हुए आगे बढ़ते रहे, चलते रहे. पर कुछ महीनों से लगने लगा है कि जैसे चीजें चल रही हैं भड़ास4मीडिया पर, वैसे न चल पाएंगी. सिर्फ 'मीडिया मीडिया' करके, कहके, गरियाके कुछ खास नहीं हो सकता. बहुत सारे अन्य सवाल भी हैं.

Read more...
 

एचटी, झारखंड के रिपोर्टिंग हेड बने मूर्ति

: मदन भेजे गए जमशेदपुर : हिंदुस्तान टाइम्स, रांची में महत्वपूर्ण फेरबदल होने ...

मनोहर, राकेश और रामकृष्ण की नई पारी

: ज्ञानेंद्र फिर पहुंचे हिन्‍दुस्‍तान, उन्नाव : इंदौर से सूचना है कि मनोहर लि...

फ्रांस में 'ले मोंडे' के सामने बड़ा संकट

फ्रांस का एक बड़ा अखबार है, 'ले मोंडे' नाम से. इस अखबार को लेकर चल रही उठाप...

More:

शुक्रवार से शुरू हो रहा है 'असली बाहुबली'

शुक्रवार से शुरू हो रहा है 'असली बाहुबली'

: पहले एपिसोड में सीवान के शहाबुद्दीन को देखिए : मौर्य टीवी पर आगामी शुक्रवार...

मौर्य टीवी से छह महीने में आठ गए

मौर्य टीवी के रांची ब्यूरो ऑफिस से 30 जून को मनीष मेहता ने इस्तीफ़ा दे दिया....

सहारा का कैमरामैन चुनाव जीत बना नेता

: शाकाल हुए कार्यमुक्त : वीरेंद्र फिर लौटे सहारा में : दो सूचनाएं हैं. पहली म...

More:

फिर लौटेंगे छोटे से ब्रेक के बाद

कई बार लगने लगता है कि चीजें यूं ही चलती चली जा रही हैं, बिना सोचे-विचारे. तब रुकना पड़ता है. ठहरना पड़ता है. सोचना पड़ता है. भड़ास4मीडिया को लेकर भी ऐसा ही है. करीब डेढ़-दो महीने पहले भड़ास4मीडिया के दो साल पूरे हुए, चुपचाप....

आरु तन्ग पदक्कम वेल्लुवदर्कु नन्द्री...

आरु तन्ग पदक्कम वेल्लुवदर्कु नन्द्री...

: भाग 24 : मेरठ में अखिल भारतीय ग्रामीण स्कूली खेल हुए, तो मेरे लिए वह मेरठ में सबसे बड़ा खेल आयोजन था। एक हफ्ते चले इन खेलों की मैंने जबरदस्त रिपोर्टिंग की। मैं सुबह आठ बजे स्टेडियम पहुंच जाता। चार बजे तक वहां रहकर रिपोर्टिंग ...

More:

मेरे को मास नहीं मानता, यह अच्छा है

मेरे को मास नहीं मानता, यह अच्छा है

इंटरव्यू : हृदयनाथ मंगेशकर (मशहूर संगीतकार) : मास एक-एक सीढ़ी नीचे लाने लगता है : जीवन में जो भी संघर्ष किया सिर्फ ज़िंदगी चलाने के लिए किया, संगीत के लिए नहीं : आदमी को पता चलता ही नहीं, सहज हो जाना : बड़ी कला सहज ही हो जाती है, सो...

केवल कलम चलाने गाल बजाने से कुछ न होगा

केवल कलम चलाने गाल बजाने से कुछ न होगा

इंटरव्यू : मुकेश कुमार (वरिष्ठ पत्रकार और निदेशक, मौर्य टीवी) : टेलीविज़न में ज़्यादातर काम करने वालों के पास न तो दृष्टि होती है न ज्ञान : 'सुबह सवेरे' की लोकप्रियता का आलम ये था कि हर दिन बोरों मे भरकर पत्र आते थे : सहारा प्रण...

More:


--
Palash Biswas
Pl Read:
http://nandigramunited-banga.blogspot.com/

No comments:

Post a Comment

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...

Welcome

Website counter

Followers

Blog Archive

Contributors