राजकोट। बेघर हो जाने की आशंका के चलते एक नेपाली परिवार के पांच सदस्यों द्वारा खुद को आग लगा लेने की कल की लोमहर्षक घटना में दो और मौतों के साथ मरने वालों की संख्या तीन हो गई है । भरत मानसिंह (40) की कल राजकोट सिविल अस्पताल में भर्ती कराए जाने के तुरंत बाद मौत हो गई थी, जबकि उसकी पत्नी आशा (35) और भाई गिरीश (27) की बीती देर रात मौत हुई । अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि दो अन्य लोगों...रेखा (30) और वासुमती (60) जिन्दगी और मौत से जूझ रही हैं । इस बीच, राजकोट नगर निगम के केंद्रीय जोन कार्यालय में परिवार द्वारा आत्महत्या की कोशिश की घटना को लेकर कांग्रेस द्वारा आहूत बंद के समर्थन में आज व्यापारिक इकाइयां, दुकानें और शैक्षणिक संस्थान बंद रहे । भरत अपने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ राजकोट नगर निगम के केंद्रीय जोन कार्यालय पहुंचा जहां उन्होंने मिट्टी का तेल छिड़क कर खुद को आग लगा ली। इन लोगों ने यह कदम मुकदमा हारने के बाद घर से निकाले जाने की आशंका के चलते उठाया । इस परिवार को रैया धार इलाके में छोटू नगर को...ऑपरेटिव हाउसिंग सोसायटी के एक आम प्लॉट में सोसायटी सदस्यों ने एक छोटी सी झोंपड़ी बनाने की इजाजत दी थी, लेकिन परिवार ने इस प्लॉट के 900 गज के हिस्से को घेर लिया और अवैध रूप से एक मकान का निर्माण भी कर लिया । सोसायटी सदस्य तब अदालत गए जिसने आदेश दिया कि निर्माण अवैध है और परिवार को प्लॉट से निकाल दिया जाना चाहिए । विपक्षी कांग्रेस ने आरोप लगाया कि परिवार की इस हालत का जिम्मेदार भाजपा शासित निगम है जिसने उन्हें ऐसा कदम उठाने को मजबूर कर दिया। पार्टी ने आज बंद का आह्वान किया। महापौर जनक कोटक ने परिवार को पांच लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की। कांग्रेस ने भी उनके लिए एक लाख रुपये के मुआवजे की मांग की। शहर में बंद शांतिपूर्ण रहा क्योंकि पुलिस ने किसी अप्रिय स्थिति को टालने के लिए राज्य रिजर्व पुलिस की चार अतिरिक्त कंपनियां तैनात कर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे। इस बीच, पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी है और हाउसिंग सोसायटी के पांच यदस्यों के खिलाफ शिकायत दर्ज की । |
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