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Sunday, December 18, 2011

नहीं रहे मशहूर शायर अदम गोंडवीAs I had been writing and other friends were worried and Active , the worst has happened!People's poet Adam Gondvi passes away!

As I had been writing and other friends were worried and Active , the worst has happened!People's poet Adam Gondvi passes away!

People`s poet Adam Gondvi passes away following a prolonged illness at Sanjay Gandhi Post-Graduate Institute of Medical Sciences (SGPGIMS) here this morning. 

Adam Gondvi is no More.

According to hospital sources, the poet died due to damaged lever and infected kidney after he was admitted on December 12, the end came around 0530 hrs. A committed Cultural Activist lifelong, the songs and poems of Gondvi had inspired Mass Movement countrywide for decades

मशहूर शायर अदम गोंडवी हमारे बीच नहीं रहे

 

नहीं रहे मशहूर शायर अदम गोंडवी

 'काजू भुनी प्लेट में व्हिकी भरी गिलास में, उतार है रामराज विधायक निवास में' पंक्तियों को लिखने वाले जनकवि व शायर अदम गोंडवी उर्फ रामनाथ सिंह अब हमारे बीच नहीं रहे।  

 

अदम को लीवर में गंभीर समस्या की शिकायत के बाद लखनऊ के एसजीपीजीआई में भर्ती कराया गया था। लखनऊ के पीजीआई हॉस्‍पीटल में आखिरी सांसें लीं।  

 

उन्हें रविवार को पेट में तेज दर्द के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल में भर्ती होने के बाद उनकी सहायता के लिए तमाम लोगों ने हाथ बढ़ाया था। सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह ने आर्थिक मदद की। इसके बाद बिजली विभाग के अभियंता एपी मिश्रा ने कर्ज में डूबे परिवार को पचास हजार रुपये की आर्थिक मदद की थी।

ग़र चंद तवारीखी तहरीर बदल दोगे

क्या इनसे किसी कौम की तक़दीर बदल दोगे


We lost our dearest poet GORAKH PANDEY many years ago. GIRDA left us recently. Girda could not survive beyond the Hospital. Adam, Girda`s Friend did followed suit.

We would Never hear him recite  poems anymore!

Noted Hindi Poet Ramnath Singh 'Adam Gondvi' breathed his last Sunday morning at the Sanjay Gandhi PG Institute of Medical Sciences after suffering from cirrhosis of liver and kidney malfunction. 

He was 64.
 
A man of simple tastes, Adam Gondvi lived like a villager almost the whole of his life and wrote revolutionary poetry to highlight the morass in which the Dalits and the poor are in.
 
He was admitted to SGPGI on Dec 12 in acute condition where he breathed his last at 5:30 am on Sunday. His poetic works include Dharti Ki Satah Par, Samay Se Muthbhed. 
 
Born October 22, 1947, Ramnath Singh was born in Aata Paraspur village of Gonda Dist, UP. 
 
The UP chief miniser Mayawati and SP supremo Mulayam Singh Yadav have condoled the death of Ada Gondvi.

Adam Gondvi - YouTube

www.youtube.com/watch?v=NFWUwB61Eec17 Jun 2011 - 11 min - Uploaded by kavianuragshukla
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मशहूर शायर अदम गोंडवी उर्फ रामनाथ सिंह का रविवार सुबह लखनऊ में निधन हो गया। लीवर की बीमारी के इलाज के लिए सप्ताहभर पहले उन्हें लखनऊ स्थित संजय गांधी परास्नातक आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई) में भर्ती कराया गया था।

पिछले रविवार को पेट में तेज दर्द के बाद गोंडवी को अस्पताल ले जाया गया था। एसजीपीजीआई के गैस्ट्रोलॉजी विभाग में भर्ती गोंडवी का रविवार तड़के पांच बजे निधन हुआ। वह 67 वर्ष के थे। गोंडवी अपने पीछे पत्री और एक पुत्र छोड़ गए हैं।

गोंडा जिले के आटा परसपुर गांव निवासी गोंडवी का लीवर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था। बीते तीन महीने से वह बीमार थे, लेकिन आर्थिक तंगी के कारण वह अपना इलाज नहीं करवा पा रहे थे।

गोंडवी के भतीजे दिलीप सिंह ने बताया, 'उनका अंतिम संस्कार सोमवार को पैतृक गांव में किया जाएगा।' 'धरती की सतह पर', 'समय से मुठभेड़' अदम गोंडवी की कुछ प्रमुख रचनाओं में शामिल हैं।

Poet Ram Nath Singh popularly known as Adam Gondvi today passed away at SGPGIMS here after prolonged illness. He was 63. Gondvi was suffering from a liver disease and was admitted to Sanjay Gandhi Post Graduate Institute of Medical Sciences (SGPGIMS) here a week back, family sources said. Gondvi is survived by a son and two daughters. His last rites would be performed at his ancestral village Aataa of Gonda district, family said. Gondvi's poetry represented the voice of poors and backwards. His collection 'Dharti ki satah par' and 'Samay se Muthbhed' made him an acclaimed gazal writer. Madhya Pradesh government had awarded him Dushyant Kumar prize in 1998. Gondvi had also criticised politicians, who sought votes on caste and communal basis, in his gazal collections. Poems of Gondvi had inspired many mass movement for decades. Uttar Pradesh Chief Minister Mayawati and Governor BL Joshi have expressed grief over demise of the bard.

मशहूर शायर अदम गोंडवी उर्फ रामनाथ सिंह का रविवार सुबह लखनऊ में निधन हो गया। लीवर की बीमारी के इलाज के लिए सप्ताहभर पहले उन्हें लखनऊ स्थित संजय गांधी परास्नातक आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई) में भर्ती कराया गया था।

पिछले रविवार को पेट में तेज दर्द के बाद गोंडवी को अस्पताल ले जाया गया था। एसजीपीजीआई के गैस्ट्रोलॉजी विभाग में भर्ती गोंडवी का रविवार तड़के पांच बजे निधन हुआ। वह 67 वर्ष के थे। गोंडवी अपने पीछे पत्नी और एक पुत्र छोड़ गए हैं।

गोंडा जिले के आटा परसपुर गांव निवासी गोंडवी का लीवर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था। बीते तीन महीने से वह बीमार थे, लेकिन आर्थिक तंगी के कारण वह अपना इलाज नहीं करवा पा रहे थे।

गोंडवी के भतीजे दिलीप सिंह ने आईएएनएस को बताया, "उनका अंतिम संस्कार सोमवार को पैतृक गांव में किया जाएगा।" 'धरती की सतह पर', 'समय से मुठभेड़' अदम गोंडवी की कुछ प्रमुख रचनाओं में शामिल हैं।


अदम गोंडवी : दो गज़लें

एक

ग़र चंद तवारीखी तहरीर बदल दोगे

क्या इनसे किसी कौम की तक़दीर बदल दोगे

 

जायस से वो हिन्दी की दरिया जो बह के आई

मोड़ोगे उसकी धारा या नीर बदल दोगे ?

 

जो अक्स उभरता है रसख़ान की नज्मों में

क्या कृष्ण की वो मोहक तस्वीर बदल दोगे ?

तारीख़ बताती है तुम भी तो लुटेरे हो

क्या द्रविड़ों से छीनी जागीर बदल दोगे ?

 

दो

हिन्दू या मुस्लिम के अहसासात को मत छेड़िये

अपनी कुरसी के लिए जज्बात को मत छेड़िये

 

हममें कोई हूण , कोई शक , कोई मंगोल है

दफ़्न है जो बात , अब उस बात को मत छेड़िये

 

ग़र ग़लतियाँ बाबर की थीं ; जुम्मन का घर फिर क्यों जले

ऐसे नाजुक वक्त में हालात को मत छेड़िये

 

हैं कहाँ हिटलर , हलाकू , जार या चंगेज़ ख़ाँ

मिट गये सब ,क़ौम की औक़ात को मत छेड़िये

 

छेड़िये इक जंग , मिल-जुल कर गरीबी के ख़िलाफ़

दोस्त , मेरे मजहबी नग्मात को मत छेड़िये

 

- अदम गोंडवी .

 


People's poet passes away

Hindi Poet Adam Gondvi Passes Away
India TV correspondent [ Updated 18 Dec 2011, 18:58:19 ]

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