नयी दिल्ली, 28 मार्च (एजेंसी) सेना के बारे में प्रधानमंत्री को थलसेना प्रमुख द्वारा लिखे गए पत्र को लेकर स्थिति स्पष्ट करने की मांग पर आज राजग सहित पूरे विपक्ष के हंगामे के चलते राज्यसभा की बैठक एक बार के स्थगन के बाद दोपहर बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। हंगामे की वजह से सदन में प्रश्नकाल नहीं चल पाया। सदन की बैठक शुरू होने पर महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में नक्सलियों द्वारा किए गए एक विस्फोट में शहीद हुए सीआरपीएफ के 12 जवानों को श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद सभापति हामिद अंसारी ने प्रश्नकाल शुरू करने का ऐलान किया तो भाजपा के एम वेंकैया नायडू ने सेना प्रमुख के पत्र का मुद्दा उठाते हुए कहा कि यह एक गंभीर मसला है और सरकार को स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। नायडू ने कहा कि उन्होंने प्रश्नकाल स्थगित करने के लिए नोटिस दिया है। उन्होंने कहा ''जनरल वी के सिंह ने प्रधानमंत्री को एक पत्र लिखा है और सेना की स्थिति के बारे में बताया है। यह गंभीर मसला है।'' पार्टी के अन्य सदस्यों ने उनकी बात का समर्थन किया। अंसारी ने उनसे कहा कि वह अभी प्रश्नकाल चलने दें। पर नायडू ने कहा ''सेना प्रमुख का पत्र लीक हो गया। पत्र लीक होना दुर्भाग्यपूर्ण है। हम सेना की आलोचना नहीं कर रहे हैं लेकिन हम जानना चाहते हैं कि पत्र में जो कुछ लिखा है, क्या वह सही है। प्रधानमंत्री को स्थिति स्पष्ट करना चाहिए।'' नायडू ने कहा कि पत्र के मुताबिक, सेना के 90 फीसदी उपकरण खराब हो चुके हैं। उनकी ही पार्टी के एस एस अहलूवालिया ने कहा कि पत्र में लिखा है कि बजट का आवंटन सही तरीके से नहीं किया जा रहा है। |
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